मंगलवार, 28 अक्टूबर 2008
हर दिन, हर सुबह एक नया जीवन है,
हर दिन,हर सुबह एक नया जीवन है,इसलिए नए जीवन की शुरुआत पुराने मन से मत करो,नए जीवन के साथ मन भी नया होना चाहिए.हो सकता है रातभर में तुम्हारा दुसमन मित्र बन गया हो और मित्र दुसमन.इसलिए जब सुबह किसी से मिलो तो एकदम अजनबी की तरह मिलो.कोई अपनी पूर्व-धारणा लेकर मत मिलो और सुबह प्रभु से प्राथना में कहो,प्रभु!मै इस दिन के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूँ की आज के दिन कोई कितना भी भारकाए,मै शांत रहूँगा एवं आग का जबाब पानी से दूंगा!अगर आप लोग हमारी इस बात से सहमत है.तो फ़िर आईये हम सब मिलकर ये संकल्प ले और पूर्व की धारणाओं-विचारों और पुरानी गिले-शिकवे को दीपावली के इस महापर्व की ज्योत में जलाकर एक नई सुबह एक नया जीवन की शुरुआत करे!आपको एवं आपके सहपरिवार को दीपावली की शुभकामनाये!
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Deepavali Ki Shubhkamnayen...
जवाब देंहटाएंआपका ब्लॉग जगत में स्वागत है . निरंतरता की चाहत है . मेरे ब्लॉग पर पधारें मेरा आमंत्रण स्वीकारें
जवाब देंहटाएंsach much agar hr din naya ho to sab kuchh badala bdala lage, bahut khub, kalyan ho
जवाब देंहटाएंnarayan narayan
bilkul sahi baat hai !
जवाब देंहटाएंब्लाग अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंwell written!
जवाब देंहटाएंआपने बहुत सुंदर भाव को अिभव्यक्त िकया है ।
जवाब देंहटाएं