शुक्रवार, 8 जनवरी 2010

नारी इसलिए महान है की!

नारी हर स्थिति में है भारी और पुरुष सदा ही उसका आभारी है.महिलायों में बहुत सी खुबिया है लेकिन एक कमी भी है.महिलाओ की एक आदत है लड़ना और लड़ने में हार जाए तो दिर रोना रोते-रोते थक जाए तो फिर सोना.सोकर उठना और अपने पति से कहना मै मायके चली जाउंगी तुम देखते रहना.नारी इसलिए महान है.की वह पुरुष को प्रेरणा देती है.वेदों में उसे पुरुष के समकक्ष रखा है.वः ज्ञानवान है,अरुधंति,मैत्रीय,सुलभा है,ऋषियों को भी ज्ञान देती थी.लेकिन जब से लोकिक भेदभाव पनपा है तब से स्त्री का दर्जा नीचे गिर गया है.आज सिर्फ वह उपभोग की बस्तु बन गयी है.

गुरुवार, 7 जनवरी 2010

सिर्फ 'हवा' खा!

भारी महंगाई सिर पे गरीब क्या खायेगा पानी भी हुआ महंगा ,बोल क्या पिएगा। इसलिए प्यारे तू सिर्फ हवा खा और हवा पी। वह भी था जमाना,जब दूध-मलाई खाई आज तो हर शै ने प्यारे बुरी मिलावट पाई ,इसलिए प्यारे तू सिर्फ हवा खा,और हवा पी।
ॐ भूर्भुवः स्वः । तत् सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः । तत् सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः । तत् सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ pimp myspace profile